
लाल रंग का लेटर बाक्स
पेट इसका खूब बड़ा
जाड़ा, गर्मी या बरसात
रहता है अडिग खड़ा
लाल, गुलाबी, हरे, नीले
पत्र जायें देश-विदेश
हर पत्र की है महत्ता
छुपा हुआ सबका संदेश।
खूब सारे पत्र आते
पेट में इसके समाते
सब पाकर अपना संदेशा
मन ही मन खुश हो जाते।
'बाल-दुनिया' में बच्चों की बातें होंगी, बच्चों के बनाये चित्र और रचनाएँ होंगीं, उनके ब्लॉगों की बातें होगीं, बाल-मन को सहेजती बड़ों की रचनाएँ होंगीं और भी बहुत कुछ....
15 comments:
लाल, गुलाबी, हरे, नीले
पत्र जायें देश-विदेश
हर पत्र की है महत्ता
छुपा हुआ सबका संदेश।
...बहुत सुन्दर बाल- कविता...के.के. सर को बधाई.
विश्व डाक दिवस की शुभकामनायें.
यह तो हमारे कानपुर GPO का लेटर बाक्स लग रहा है...कविता तो बड़ी प्यारी है.
नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
के. के. यादव साहब,
पत्रों में जो संवेदना है, वह अन्यत्र नहीं. आप तो खुद साहित्यकार हैं, पत्रों और संवेदना के रिश्तों से परिचित हैं. डाक दिवस के दिन आपकी बड़ी वैचारिक और तथ्यपरक पोस्ट पढ़ी और अब आपकी यह मनभावन बाल-गीत.....मुबारकवाद.
शुभकामनायें। बहुत सुन्दर कविता।
विश्व डाक दिवस पर प्रस्तुत यह पोस्ट और बाल-कविता आपको अपील करती है...आप सभी ने इसे सराहा अच्छा लगा. आभार.विश्व डाक दिवस की शुभकामनायें.
दिवस विशेष पर प्यारी कविता..
विश्व डाक दिवस की शुभकामनायें
बहुत अच्छी कविता ...
यह लेटर बाक्स कित्ता प्यारा है...
it's really great!
letter box par itni pyaari baal kavita ..... bahut sunder
अरे वाह आपने तो कितनी प्यारी कविता बनाई लैटर बॉक्स पर .... मुझे बड़ी अच्छी लगी
रचना के साथ लैटरबॉक्स भी बढ़िया है!
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आपकी सुन्दर पोस्ट री चर्चा तो बाल चर्चा मंच पर भी लगाई गई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/22.html
बहुत प्यारी कविता.... बहुत अच्छी लगी.
नन्ही ब्लॉगर
अनुष्का
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