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Tuesday, 14 October 2014

'स्वच्छ भारत' को लेकर बच्चों ने बनाया डाक टिकट

 'स्वच्छ भारत' की संकल्पना को लेकर राष्ट्रीय डाक सप्ताह दौरान आयोजित फिलेटली दिवस पर स्कूली बच्चों ने  डाक टिकट बनाया। इलाहाबाद में 13 अक्टूबर, 2014 को आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने 'स्वच्छ भारत' के प्रति अपनी भावनाओं को खूबसूरत चित्रों में ढालते हुए भिन्न-भिन्न रंग भरे।  रंग भी इतने करीने से कि स्वच्छ्ता का अहसास करायें।  किसी ने भारत का नक्शा बनाकर तो किसी ने बापू जी माध्यम से स्वच्छ्ता का सन्देश दिया। इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि  इसका उद्देश्य डाक-टिकट संग्रह के प्रति बच्चों में अभिरूचि विकसित करना और डाक टिकटों के माध्यम से युवा पीढी को डाक सेवाओं के इतिहास से जोड़ते हुए 'राष्ट्रीय स्वच्छ्ता अभियान' से जोड़ना था।


(राष्ट्रीय बालश्री विजेता एलिस अंशु फिलिप को पुरस्कृत करते निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव)


डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक टिकट डिजायन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। इनमें सीनियर वर्ग में सेंट एंथनी गर्ल्स  कान्वेंट की छात्रा एवं राष्ट्रीय बाल-श्री विजेता एलिस अंशु फिलिप ने प्रथम, श्रेया डे ने द्वितीय तथा ज्वाला देवी विद्या मंदिर के आशीष कुमार यादव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जूनियर वर्ग में ज्वाला देवी विद्या मंदिर के ईशू सेठ व प्रखर खरे ने क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया।  

Wednesday, 10 September 2014

है न अजूबा : अब डाक टिकट पर हो सकती है आपकी फोटो


डाक टिकट पर अभी तक आपने गांँधी, नेहरू या ऐसे ही किसी महान विभूति की फोटो देखी होगी। पर अब डाक टिकट पर आप की फोटो भी हो सकती है और ऐसा संभव है डाक विभाग की ’’माई स्टैम्प’’ सेवा के तहत। 


वाराणसी  में 6 सितम्बर, 2014 को माई स्टैम्प सेवा का उद्घाटन करते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में यह सेवा लखनऊ, आगरा व फतेहपुर सीकरी में उपलब्ध है और अब वाराणसी में। उन्होंने कहा कि माई स्टैम्प की थीम फिलहाल आकर्षक पर्यटन स्थलों पर आधारित रखी गई है। माई स्टैम्प फिलहाल 10 थीम के साथ उपलब्ध है, जिनमें-ग्रीटिंग्स, ताजमहल, लालकिला, कुतुब मीनार, हवा महल, मैसूर पैलेस, फेयरी क्वीन, पोर्ट ब्लेयर द्वीप, अजन्ता की गुफाएँं एवं सेंट फ्रांसिस चर्च शामिल हैं। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि माई स्टैम्प सेवा का लाभ उठाने के लिए एक फार्म भरकर उसके साथ अपनी फोटो और रूपय 300/- जमा करने होते हैं। एक शीट में कुल 12 डाक-टिकटों के साथ फोटो लगाई जा सकती है। इसके लिए आप अपनी अच्छी तस्वीर डाक विभाग को दे सकते हैं, जो उसे स्कैन करके आपकी खूबसूरत डाक-टिकट बना देगा। श्री यादव ने कहा कि यदि कोई तत्काल भी फोटो खिंचवाना चाहे तो उसके लिए भी प्रबंध किया गया है। पाँंच रुपए के डाक-टिकट, जिस पर आपकी तस्वीर होगी, वह देशभर में कहीं भी भेजी जा सकती है। इस पर सिर्फ जीवित व्यक्तियों की ही तस्वीर लगाई जा सकती है। 



डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने इसके व्यावहारिक पहलुओं की ओर इंगित करते हुए कहा कि किसी को उपहार देने का इससे नायब तरीका शायद ही हो। इसके लिए जेब भी ज्यादा नहीं ढीली करनी पड़ेगी, मात्र 300 रूपये में 12 डाक-टिकटों के साथ आपकी खूबसूरत तस्वीर। अब आप इसे चाहें अपने परिवारजनों को दें, मित्रों को या फिर अपने किसी करीबी को। यही नहीं अपनी राशि के अनुरूप भी डाक-टिकट पसंद कर उस पर अपनी फोटो लगवा सकते हैं। आप किसी से बेशुमार प्यार करते हैं, तो इस प्यार को बेशुमार दिखाने का भी मौका है। 
         
माई स्टैम्प स्कीम के आरंभ के बारे में बताते हुए निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि दुनिया के कुछेक देशों में माई स्टाम्प सुविधा पहले से ही लागू है, पर भारत में इसका प्रचलन नया है। वर्ष 2011 में नई दिल्ली में विश्व डाक टिकट प्रदर्शनी (12-18 फरवरी 2011) के आयोजन के दौरान इसे औपचारिक रूप से लांच किया गया। उसके बाद इसे अन्य प्रमुख शहरों में भी जारी किया गया और लोगों ने इसे हाथों-हाथ लिया। नतीजन देखते ही देखते हजारों लोगों ने डाक टिकटों के साथ अपनी तस्वीर लगाकर इसका लुत्फ उठाया। इसकी लोकप्रियता के मद्देनजर इसे अब वाराणसी में भी आरंभ किया जा रहा है।  





Monday, 8 September 2014

गणतंत्र दिवस-2015 पर डाक टिकट के रूप में जारी हो सकता है आपका बनाया चित्र

हर किसी की चाहत होती है कि उसका बनाया चित्र डाक टिकट पर एक धरोहर के रूप में अंकित हो। भारतीय डाक विभाग ऐसे लोगों के लिए एक सुनहरा मौका लेकर आया है, जहाँ डाक टिकट पर आप द्वारा बनाया मौलिक चित्र स्थान पा सकता है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि आगामी गणतंत्र दिवस-2015 के लिए डाक विभाग ने ’स्वच्छ भारत’ थीम पर डाक टिकट डिजाइन प्रतियोगिता की घोषणा की है, जिसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक इस विषय पर डाक टिकट व अन्य फिलेटेलिक सामग्री हेतु अपना मौलिक डिजाइन भेज सकता है। 

डाक निदेशक श्री यादव ने बताया कि यह डिजाइन इंक, वाटर व आयल कलर इत्यादि में हो सकती है, पर कम्प्यूटर प्रिन्टेंड/प्रिंट आउट की अनुमति नहीं होगी। डिजाइन के पीछे प्रतिभागी का नाम, उम्र, राष्ट्रीयता, पिन कोड के साथ आवासीय पता, फोन/मोबाइल नं0 व ई-मेल लिखा होना चाहिए। इसके साथ ही मौलिकता का एक घोषणपत्र भी संलग्न करना होगा। संबंधित प्रतिभागी स्पीड पोस्ट के माध्यम से 15 अक्टूबर 2014 तक अपनी प्रविष्टियाँ सहायक महानिदेशक (फिलेटली), कक्ष संख्या 108 (बी), डाक भवन, पार्लियामेंट स्ट्रीट, नई दिल्ली-110001 पर भेज सकते हैं। स्पीड पोस्ट लिफाफे के ऊपर ’’गणतंत्र दिवस 2015-डाक टिकट डिजायन प्रतियोगिता’’ अवश्य अंकित होना चाहिए।

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक टिकट डिजाइन हेतु राष्ट्रीय स्तर पर क्रमशः 10,000, 6000 व 4000 रूपये का प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार भी दिया जायेगा।

Thursday, 4 September 2014

भारतीय संगीतकारों को समर्पित 8 डाक टिकट जारी

भारतीय जीवन में संगीत का विशेष महत्व है। शास्त्रीय संगीत जो कि रागों पर आधारित है, देश में लोक जीवन का आधार रहा है। फिल्मों, म्यूजिक एलबमों, लोकगीतों आदि में इसके विभिन्न रूपों का प्रयोग किया गया है। यहाँ अनेक ऐसे संगीतकार हुए हैं जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को आगे बढ़ाया है तथा राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे लोकप्रिय बनाया है। भारतीय डाक विभाग ने शास्त्रीय संगीत की ऐसी महान विभूतियों को डाक टिकटों पर स्थान दिया है। 

इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 3 सितम्बर 2014 को डाक विभाग ने ’’भारतीय संगीतकार’’ शीर्षक से आठ डाक टिकटों का सेट तथा एक मिनिएचर शीट जारी किया है। इनमें अली अकबर खान, भीमसेन जोशी, डीके पट्टम्माल, गंगूबाई हंगल, कुमार गंधर्व, मल्लिकार्जुन मंसूर, रवि शंकर और विलायत खान शामिल हैं। इनमें रवि शंकर व भीमसेन जोशी पर जारी डाक टिकट 25 रूपये मूल्यवर्ग के व अन्य पर जारी डाक टिकट 5 रूपये के हैं । भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी जी ने  इन डाक टिकटों को एक कार्यक्रम में समारोहपूर्वक जारी किया.

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इलाहाबाद परिक्षेत्र में ये डाक टिकटें इलाहाबाद प्रधान डाकघर और वाराणसी प्रधान डाकघर में स्थित फिलेटलिक ब्यूरो में उपलब्ध हैं । उन्होंने बताया कि इलाहाबाद में पहले दिन ही 25,000 से ज्यादा राशि के डाक टिकटों को लोगों ने हाथों-हाथ खरीदा। इनमें सिर्फ संगीत प्रेमी और फिलेटलिस्ट ही नहीं बल्कि स्कूली बच्चों  और युवाओं के अलावा विभिन्न कार्यक्षेत्रों में  कार्य करने वाले अधिकारी, जज, डाॅक्टर, इंजीनियर, वकील से लेकर कारपोरेट जगत से जुड़े लोग तक शामिल हैं। इनमें से कई लोग तो इन डाक टिकटों को लोगों को गिफ्ट भी कर रहे हैं। इसके अलावा इलाहाबाद फिलेटलिक ब्यूरो से नियमित रूप से जुड़े 801 फिलेटलिक डिपाजिट एकाउंट होल्डर्स को भी यह डाक टिकट व अन्य सामग्री रजिस्टर्ड डाक से भेजी जा रही है। 

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने यह भी जोड़ा कि वेट आॅफसेट प्रक्रिया से मुद्रित कुल 46 लाख डाक टिकट देशभर में जारी किये गये हैं।  इनमें 25 रूपये मूल्य वर्ग वाले हर डाक टिकट 8 लाख की संख्या में एवं 5 रूपये मूल्यवर्ग वाले प्रत्येक डाक टिकट 5 लाख की संख्या में मुद्रित हुए हैं। प्रथम दिवस आवरण एवं विवरणिका के साथ-साथ 4 लाख मिनीएचर शीट और प्रत्येक डाक टिकट की 1 लाख शीटलेट भी जारी की गयी हैं।