रानी लक्ष्मीबाई के नाम से भला कौन अपरिचित होगा. आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था. पर क्या कभी आपने सोचा है कि वे दिखती कैसी रही होंगीं. तो चलिए इस बार आपको उनका एक दुर्लभ चित्र दिखाते हैं. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह दुर्लभ फोटो 159 साल पहले अर्थात वर्ष 1850 में कोलकाता में रहने वाले अंग्रेज फोटोग्राफर जॉनस्टोन एंड हॉटमैन ने खींचा था। इस फोटो को 19 अगस्त, 2009 को भोपाल में आयोजित विश्व फोटोग्राफी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था। यह चित्र अहमदाबाद के एक पुरातत्व महत्व की वस्तुओं के संग्रहकर्ता अमित अम्बालाल ने भेजा था। माना जाता है कि रानी लक्ष्मीबाई का यही एकमात्र फोटोग्राफ उपलब्ध है !! 'बाल-दुनिया' में बच्चों की बातें होंगी, बच्चों के बनाये चित्र और रचनाएँ होंगीं, उनके ब्लॉगों की बातें होगीं, बाल-मन को सहेजती बड़ों की रचनाएँ होंगीं और भी बहुत कुछ....
Friday, 19 November 2010
कैसी दिखती थीं रानी लक्ष्मीबाई
रानी लक्ष्मीबाई के नाम से भला कौन अपरिचित होगा. आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था. पर क्या कभी आपने सोचा है कि वे दिखती कैसी रही होंगीं. तो चलिए इस बार आपको उनका एक दुर्लभ चित्र दिखाते हैं. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह दुर्लभ फोटो 159 साल पहले अर्थात वर्ष 1850 में कोलकाता में रहने वाले अंग्रेज फोटोग्राफर जॉनस्टोन एंड हॉटमैन ने खींचा था। इस फोटो को 19 अगस्त, 2009 को भोपाल में आयोजित विश्व फोटोग्राफी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था। यह चित्र अहमदाबाद के एक पुरातत्व महत्व की वस्तुओं के संग्रहकर्ता अमित अम्बालाल ने भेजा था। माना जाता है कि रानी लक्ष्मीबाई का यही एकमात्र फोटोग्राफ उपलब्ध है !! 
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13 comments:
आभार, संग्रहणीय चित्र।
रानी लक्ष्मीबाई का असली चित्र देखकर मन भाव विह्वल हो गया...जयंती पर शत-शत नमन.
bahut achha laga unka yeh photo dekhkar....
रानी लक्ष्मीबाई का दुर्लभ चित्र देखकर बड़ा रोमांच पैदा होता है.
अच्छा ब्लॉग है.आशा है ऐसे ही आगे भी जानकारियां मिलती रहेंगी.
यह चित्र देख कर बहुत ही सुखद अनुभूति हुई ....आपको बहुत बहुत धन्यवाद जानकारी सहित इसे प्रस्तुत करने के लिए .
अनुष्का
शत शत नमन उस महान आत्मा को और आभार आपको इस फ़ोटो को देखने का सौभाग्य प्रदान करने के लिए।
शत शत नमन उस महान आत्मा को और आभार आपको इस फ़ोटो को देखने का सौभाग्य प्रदान करने के लिए।
स्कूल में पढ़ा थाः
बुंदेले हरबोलो के मुँह हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥
उन अमर वीरांगना का चित्र दिखाने के लिए अनेक धन्यवाद!
किताबों और कैलेंडरों में अलग अलग रुप देखे पर आज असली रुप देखा। हार्दिक धन्यवाद.
ब्यूटीफुल क्रिएशन!
बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
--
आपकी पोस्ट की चर्चा तो बाल चर्चा मंच पर भी लगाई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/11/29.html
रानी लक्ष्मीबाई के दर्शन कर धन्य हुआ...
रानी साहिबा का चित्र पहली बार देख रहा हूँ...आपके सौजन्य से..आभार.
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