भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा हर वर्ष बच्चों को उनकी बहादुरी के अनुकरणीय कार्यों के लिए पुरस्कार प्रदान किया जाता है। ये पुरस्कार भारत के प्रधानमंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस से ठीक पहले भेंट किया जाता है। पुरस्कार प्राप्त बच्चे राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं।
उम्मीदवारों के चयन के लिए मुख्य मानदंडों में जीवन के खतरों से मुकाबला करते हुए घायल होना, सामाजिक बुराई अथवा अपराध के खिलाफ बहादुरी तथा साहसिकता, बाल्यकाल में जोखिमपूर्ण कार्य आदि को ध्यान में रखा जाएगा। आवेदन की सिफारिश से पहले प्रत्येक मामले की मौके पर जाँच अनिवार्य होगी। प्रत्येक आवेदन के साथ मामले की जांच रिपोर्ट भी होनी चाहिए। सभी संबंधों में पूर्ण सिफारिश के साथ आवेदन 30 सितम्बर, 2010 तक भारतीय बाल कल्याण परिषद, 4 दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली- 110002 पर पहुंचना अनिवार्य है।
9 comments:
बहादुर बच्चों का सही सम्मान इसी दिन तो होता है.....इन को हाथी पर बैठे देख कितने ही बच्चे प्रेरणा लेते है....
अच्छी जानकारी मिली यहाँ आकर...आभार .
पुरस्कार प्राप्त बच्चे राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं।
..कितना अच्छा लगता है उन्हें देखना...वाह-वाह.
सही समय पर सही जानकारी...रचनाओं के साथ-साथ ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां भी देंगें तो 'बाल-दुनिया' की शोहरत में इजाफा होगा.
वाकई प्रेरणादायक...बहादुर बच्चों को देखने का सभी को इंतजार.
हम तो इस परेड को बड़ी दिल्लगी से देखते हैं. बहादुर बच्चे बड़े अलबेले लगते हैं हाथियों पर बैठकर..उम्दा जानकारी के लिए आभार.
उम्मीदवारों के चयन के लिए मुख्य मानदंडों में जीवन के खतरों से मुकाबला करते हुए घायल होना, सामाजिक बुराई अथवा अपराध के खिलाफ बहादुरी तथा साहसिकता, बाल्यकाल में जोखिमपूर्ण कार्य आदि को ध्यान में रखा जाएगा..Yah jaruri bhi to hai.
@ ersymops,
शुक्रिया. हमारा प्रयास भी यही होगा.
डाकिया बाबू है ना पहुँचाने के लिए...
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