Wednesday, 14 July 2010

गणतंत्र दिवस पर बहादुरी पुरस्कार के लिए बच्चों से आवेदन आमंत्रित

भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा हर वर्ष बच्चों को उनकी बहादुरी के अनुकरणीय कार्यों के लिए पुरस्कार प्रदान किया जाता है। ये पुरस्कार भारत के प्रधानमंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस से ठीक पहले भेंट किया जाता है। पुरस्कार प्राप्त बच्चे राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं।

उम्मीदवारों के चयन के लिए मुख्य मानदंडों में जीवन के खतरों से मुकाबला करते हुए घायल होना, सामाजिक बुराई अथवा अपराध के खिलाफ बहादुरी तथा साहसिकता, बाल्यकाल में जोखिमपूर्ण कार्य आदि को ध्यान में रखा जाएगा। आवेदन की सिफारिश से पहले प्रत्येक मामले की मौके पर जाँच अनिवार्य होगी। प्रत्येक आवेदन के साथ मामले की जांच रिपोर्ट भी होनी चाहिए। सभी संबंधों में पूर्ण सिफारिश के साथ आवेदन 30 सितम्बर, 2010 तक भारतीय बाल कल्याण परिषद, 4 दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली- 110002 पर पहुंचना अनिवार्य है।

9 comments:

RAJNISH PARIHAR said...

बहादुर बच्चों का सही सम्मान इसी दिन तो होता है.....इन को हाथी पर बैठे देख कितने ही बच्चे प्रेरणा लेते है....

Dr. Brajesh Swaroop said...

अच्छी जानकारी मिली यहाँ आकर...आभार .

Bhanwar Singh said...

पुरस्कार प्राप्त बच्चे राजधानी दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेते हैं।
..कितना अच्छा लगता है उन्हें देखना...वाह-वाह.

मन-मयूर said...

सही समय पर सही जानकारी...रचनाओं के साथ-साथ ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां भी देंगें तो 'बाल-दुनिया' की शोहरत में इजाफा होगा.

शरद कुमार said...

वाकई प्रेरणादायक...बहादुर बच्चों को देखने का सभी को इंतजार.

editor : guftgu said...

हम तो इस परेड को बड़ी दिल्लगी से देखते हैं. बहादुर बच्चे बड़े अलबेले लगते हैं हाथियों पर बैठकर..उम्दा जानकारी के लिए आभार.

S R Bharti said...

उम्मीदवारों के चयन के लिए मुख्य मानदंडों में जीवन के खतरों से मुकाबला करते हुए घायल होना, सामाजिक बुराई अथवा अपराध के खिलाफ बहादुरी तथा साहसिकता, बाल्यकाल में जोखिमपूर्ण कार्य आदि को ध्यान में रखा जाएगा..Yah jaruri bhi to hai.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World said...

@ ersymops,

शुक्रिया. हमारा प्रयास भी यही होगा.

www.dakbabu.blogspot.com said...

डाकिया बाबू है ना पहुँचाने के लिए...