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Wednesday, 10 November 2010
अर्द्धचन्द्र - जितेन्द्र ‘जौहर’
रात पूछने लगा लाड़ला, मम्मी से यह बात- ‘बतलाओ...माँ! चन्दा का क्यों, दिखता आधा गात ?’
बोली माँ,‘दे दिया पजामा- करने को कल साफ़। इसीलिए आ गया आज वह, पैंट पहनकर हाफ़।’
7 comments:
और जिस दिन पूरा गात दिखेगा?
उस दिन नंगा।
चाँद पैजामे में, वाह।
बहुत मासूम.... बहुत सुंदर...
vaah..bahut badhiya.
बहुत ही सुन्दर ।
सुंदर कल्पना।
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ब्लॉगर पंच बताएं, विजेता किसे बनाएं।
वाह ! बहुत सुन्दर ...
अनुष्का
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