Wednesday, 26 January 2011

तिरंगे की शान : कृष्ण कुमार यादव


तीन रंगों का प्यारा झण्डा
राष्ट्रीय ध्वज है कहलाता
केसरिया, सफेद और हरा
आन-बान से यह लहराता

चौबीस तीलियों से बना चक्र
प्रगति की राह है दिखाता
समृद्धि और विकास के सपने
ले ऊँचे नभ में सदा फहराता

अमर शहीदों की वीरता और
बलिदान की याद दिलाता
कैसे स्वयं को किया समर्पित
इसकी झलक दिखलाता

आओ हम यह खायें कसम
शान न होगी इसकी कम
वीरों के बलिदानों को
व्यर्थ न जानें देंगे हम।

कृष्ण कुमार यादव

12 comments:

Unknown said...

गणतंत्र दिवस की 62 वीं वर्षगाँठ पर आपको हार्दिक शुभकामनायें।

Unknown said...

Bahut sundar Bal-geet...badhai.

डॉ. मोनिका शर्मा said...

बहुत सुंदर... गणतंत्र दिवस की मंगलकामनाएं

प्रवीण पाण्डेय said...

सच में, व्यर्थ न जाने देंगे।

Sawai Singh Rajpurohit said...

बहुत सुंदर

गणतंत्र दिवस की आपको भी हार्दिक शुभकामनायें.

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सुन्दर रचना ..

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

वाह सुंदर

Manoj Kumar said...

बहुत सुन्दर रचना . गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं के साथ.

Akshitaa (Pakhi) said...

Bahut pyari kavita...Jai Hind.

Ram Shiv Murti Yadav said...

गणतंत्र दिवस पर ढेरों शुभकामनायें .

Anonymous said...

बहुत सुन्दर झंडा गान है!

आपकी चर्चा बाल चर्चा मंच पर भी तो है!
http://mayankkhatima.uchcharan.com/2011/02/30-33.html

S R Bharti said...

आओ हम यह खायें कसम
शान न होगी इसकी कम
वीरों के बलिदानों को
व्यर्थ न जानें देंगे हम।

हार्दिक शुभकामनायें।