तीन रंगों का प्यारा झण्डा
राष्ट्रीय ध्वज है कहलाता
केसरिया, सफेद और हरा
आन-बान से यह लहराता
चौबीस तीलियों से बना चक्र
प्रगति की राह है दिखाता
समृद्धि और विकास के सपने
ले ऊँचे नभ में सदा फहराता
अमर शहीदों की वीरता और
बलिदान की याद दिलाता
कैसे स्वयं को किया समर्पित
इसकी झलक दिखलाता
आओ हम यह खायें कसम
शान न होगी इसकी कम
वीरों के बलिदानों को
व्यर्थ न जानें देंगे हम।
कृष्ण कुमार यादव
12 comments:
गणतंत्र दिवस की 62 वीं वर्षगाँठ पर आपको हार्दिक शुभकामनायें।
Bahut sundar Bal-geet...badhai.
बहुत सुंदर... गणतंत्र दिवस की मंगलकामनाएं
सच में, व्यर्थ न जाने देंगे।
बहुत सुंदर
गणतंत्र दिवस की आपको भी हार्दिक शुभकामनायें.
सुन्दर रचना ..
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
वाह सुंदर
बहुत सुन्दर रचना . गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं के साथ.
Bahut pyari kavita...Jai Hind.
गणतंत्र दिवस पर ढेरों शुभकामनायें .
बहुत सुन्दर झंडा गान है!
आपकी चर्चा बाल चर्चा मंच पर भी तो है!
http://mayankkhatima.uchcharan.com/2011/02/30-33.html
आओ हम यह खायें कसम
शान न होगी इसकी कम
वीरों के बलिदानों को
व्यर्थ न जानें देंगे हम।
हार्दिक शुभकामनायें।
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