Wednesday 2 November, 2011

जय हो वीर जवानों की- डॉ० राष्ट्रबंधु

वीर जवानों की जय हो
भारतमाता की जय हो

जो कि सत्य के लिए अड़े
जो कि न्याय के लिए लड़े
भारत माँ की रक्षा में
प्राणदान के लिए बढ़े।
सत्कर्मों का संचय हो
भारतमाता की जय हो।

सर्दी में जो पड़े रहे
मोर्चे पर जो अड़े रहे
नेफा में कश्मीर में
ले बन्दूकें खड़े रहे
पराधीनता का क्षय हो
भारतमाता की जय हो।

उनसे सबकी आजादी
उनसे सबकी खुशहाली
राणा शिवा सुभाष वे
युग उनसे गौरवशाली
परंपरा यह अक्षय हो
भारतमाता की जय हो।


-डॉ० राष्ट्रबंधु
संपादक-बाल साहित्य समीक्षा
रामकृष्ण नगर, कानपुर (यू. पी.)

4 comments:

Pallavi saxena said...

ऐसे वीर जवानो को मेरा शत-शत प्रणाम भारत माता की जय ....

Gyan Darpan said...

ऐसे वीरों को हमारा भी नमन

ब्लॉग से कमाई : अनुभव
Matrimonial Service

SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5 said...

प्रभावी रचना ...ऐसे वीर जवानों को हर प्यार मिले सम्मान मिले ...
आओ उन्हें नमन करें ..वे रहें अपने देश के आन बान सम्मान पर डटें
भ्रमर ५
बाल झरोखा सत्यम की दुनिया

सदा said...

बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।

कल 09/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।

धन्यवाद!